बुलेट बाबा से लेकर करणी माता तक, राजस्थान के वो अनोखे मंदिर जहां आपको जरूर जाना चाहिए...
कला, संस्कृति और इतिहाल के धरोहर को खुद में समेटे हुए राजस्थान देश के उन राज्यों में से एक है, जहां भारी संख्या में टूरिस्ट पहुंचते हैं। पर्यटन के मामले में राजस्थान सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला राज्य है, जहां सांस्कृतिक और कलात्मक धरोहर के साथ धार्मिक मूल्य भी काफी ज्यादा है। यहां कई ऐसी आश्चर्यजनक और दिलचस्प मंदिर और शक्तिधाम हैं, जहां आपको एक बार तो जरूर जाना चाहिए। चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ मंदिरों के बारे में।
राजस्थान के अनोखे मंदिर-
हम आपको कुछ ऐसे दिलचस्प मंदिरों के बारे में बताने जा रहे जाते हैं, जिसके बारे में सुनकर आप जरूर यहां जाने की योजना बनाएंगे।
बुलेट बाबा मंदिर
यह एक ऐसा मंदिर है जहां श्रद्धालु बुलेट बाइक की पूजा करते हैं। सुनने में आश्चर्यजनक लग सकता है, लेकिन इस मंदिर को ओम बन्ना के मंदिर के रूप में जाना जाता है, जिसका नाम ठाकुर जोग सिंह राठौर के बेटे के नाम पर रखा गया है। इस मंदिर की मान्यता है कि मोटरसाइकिल की सवारी करते समय इस स्थान पर एक सड़क दुर्घटना में आश्चर्यजनक मृत्यु हो गई थी। लोग यहां पर दुर्घटनाग्रस्त हुए मोटरसाइकिल की पूजा करते हैं और अपना सम्मान व्यक्त करते दिखाई देते हैं। वहीं कुछ लोग आगे की सुरक्षित यात्रा के लिए प्रार्थना करते हुए वाहन का हॉर्न बजाते नजर आएंगे। इसके अलावा, कुछ लोग शराब पीकर गाड़ी न चलाने का संदेश देने के लिए यहां शराब का चढ़ावा भी चढ़ाते हैं।
करणी माता मंदिर
करणी माता को समर्पित यह मंदिर राजस्थान के सबसे अनोखे धार्मिक स्थलों में से एक है। इस मंदिर की अनोखी बात यह है कि मंदिर में लगभग 20,000 चूहे रहते हैं, और इन्हें पूजा जाता है। भक्तों द्वारा यहां चढ़ाए गए सभी प्रसाद को चूहे खाते हैं, जिन्हें बाद में प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है। यहां मनाए जाने वाले कुछ लोकप्रिय त्योहारों में चैत्र, करणी माता मेला और अश्विन शुक्ल दशमी शामिल है।
अंबिका माता मंदिर
यह एक और प्रसिद्ध मंदिर है जो मां दुर्गा को समर्पित है, जिसे अंबिका माता के नाम से भी जाना जाता है। 961 ईस्वी में निर्मित, इस मंदिर को राजस्थान के खजुराहो के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि यहां कई बेहतरीन मूर्तियां देखने को मिलती हैं, जिनमें से अधिकांश देवी दुर्गा, लक्ष्मी और ब्राह्मणी की हैं। ध्यान दें कि यह मंदिर नवरात्रि के दौरान देखने लायक होता है, जब देवी दुर्गा को समर्पित नौ दिन यहां बहुत उत्साह के साथ मनाए जाते हैं। यह मंदिर राजस्थान के उदयपुर से लगभग 50 किमी दक्षिण पूर्व में जगत गांव में स्थित एक हिंदू मंदिर है।
ब्रह्मा मंदिर
भगवान ब्रह्मा को समर्पित यह मंदिर पुष्कर झील के पास स्थित है। माना जाता है कि यह मंदिर 2000 साल पुराना है, पुष्कर झील में पवित्र डुबकी लगाने के लिए दुनिया भर से श्रद्धालु इस स्थान पर आते हैं। इस जगह का एक दिलचस्प आकर्षण यह है कि यह दुनिया का एकमात्र मंदिर है जो भगवान ब्रह्मा को समर्पित है। कोशिश करें कि यहां कार्तिका पूर्णिमा के दौरान आएं, इस दौरान यहां काफी उत्साह के साथ मेले का आयोजन किया जाता है।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर
भगवान हनुमान को समर्पित यह मंदिर करौली जिले में स्थित है। लोगों का मानना है कि इस मंदिर में उपचार करने की शक्ति है और यह बुरी आत्माओं को भगाने में मदद कर सकता है। इस मंदिर में देश भर से श्रद्धालु आशीर्वाद लेने आते हैं। यह सलाह दी जाती है कि इस मंदिर में जाते समय थोड़ा सतर्क रहें, साथ ही यहां दर्शन करने के पहले और बाद में कुछ नियम बताए जाते हैं, जिनके बारे में आपको पहले ही जान लेना चाहिए। इस मंदिर में आप चैत्र पूर्णिमा और हनुमान जयंती के दौरान जा सकते हैं, इस दौरान काफी भव्य माहौल देखने को मिलता है। यह मंदिर देश भर में काफी लोकप्रिय है इसलिए यहां ज्यादातर भीड़ देखने को मिलती है।